सोचा हुं ये क्या किया मैंने - The Indic Lyrics Database

सोचा हुं ये क्या किया मैंने

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - लता मंगेशकर, मुकेश | संगीत - स्नेहल भटकर | फ़िल्म - हमारी याद आएगी | वर्ष - 1961

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मु: सोचता हूँ ये क्या
ये क्या किया मैंने
क्या ये सरदर्द ले लिया मैंनेल: सोचती हूँ ये क्या
ये क्या किया मैंने
क्यों ये सरदर्द ले लिया मैंनेमु: कौन है ये कहाँ से आई है
ये तो अपनी नहीं पराई है
ऐसी चंचल शरीर और झूठी
फिर भी दिल को ये ऐसी भाई है
हाथ हाथों में ले लिया मैंने
दिल-ए-नादां ये क्या किया मैंने
सोचता हूँ ये क्या...ल: देख कर यूं वो मुस्कुराया क्यूं
मुस्कुराया था पास आया क्यूं
नाक इतनी सी आप इतना सा
फिर भी मेरी नज़र को भाया क्यूं
इसको अर्पन किया हिया मैंने
दिल-ए-नादां ये क्या किया मैंनेमु: रात दिन इश्क़ का जो रोना था
ल: लीजिये हो गया जो होना था
मु: ये जो क़ाफ़िर धड़क रहा है यहाँ
इस ने एक दिन मुझे डुबोना था
दिल-ए-नादां ये क्या किया मैंने
ल: जो किया ठीक ही किया मैंने
दिल का रौशन किया दीया मैंने
मु: सोचता हूँ ये क्या...