गीतकार - इन्दीवर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - नाजायज़ | वर्ष - 1995
View in Romanकु : दिल की बात लबों पे लाऊँ
आजा तुझको आज बताऊँअ : क्या तुम मुझसे प्यार करते हो
क्या तुम मुझपे दिल से मरते हो
कु : हाँ कसम से कसम से हाँ कसम से कसम की कसम कसम से
सनम हम जनम जनम से तुमपे मरते हैं
क्या तुम मुझसे प्यार करती हो
क्या तुम मुझपे दिल से मरती हो
अ : हाँ कसम से कसम से हाँ कसम से कसम की कसम कसम से
सजन हम जनम जनम से तुमपे मरते हैंकु : क्या होता है दिल का चुराना तूने जानम कैसे जाना
तू तो हसीना है बड़ी कमसिन कैसे आया आँखें चुराना
अ : कलियों ने खिलना कैसे जाना मौजों ने मिलना कैसे जाना
सोलह सावन सिखा गए हैं मुझको भी तो आँख चुराना -२
क्या छुप छुप दीदार करते हो
मेरा इंतज़ार करते हो
कु : हाँ कसम से कसम से हाँ कसम से कसम की कसम कसम से
सनम हम कदम कदम इंतज़ार करते हैं
अ : हाँ कसम से कसम से ...कब तक हम तुम्हें अच्छे लगेंगे कब तक आँखें चार करोगे
बोलो कब तक दिल न भरेगा कब तक तुम हमें प्यार करोगे
कु : लगती हो तुम इतनी प्यारी उमर भर तुम्हें देखा करेंगे
प्यार है जब तक इस दुनिया में तब तक हम तुम प्यार करेंगे -२
हम पे एतबार करती हो
क्या तुम ये इकरार करती हो
अ : हाँ कसम से कसम से हाँ कसम से कसम की कसम कसम से
सजन हम कदम कदम एतबार करते हैं
कु : हाँ कसम से ...