छुड़ा के दामन तो जा रहे हो - The Indic Lyrics Database

छुड़ा के दामन तो जा रहे हो

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - इम्तिहान | वर्ष - 1994

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Slow:छुड़ा के दामन तो जा रहे हो
ठहरे क्यूँ दो कदम पे जा के
दो कदम पे जा केखबर है मुझको है प्यार तुझको
ठहरे क्यूं यूँ नज़र मिला के
यूँ नज़र मिला केकोरस: तू रूFast:छुड़ा के दामन तो जा रहे हो-२
ठहरे क्यूँ दो कदम पे जा के
दो कदम पे जा केखबर है मुझको है प्यार तुझको
ठहरे क्यूँ यूँ नज़र मिला के
यूँ नज़र मिला केको: ल ल चि ...नज़र मिलाना भी एक अदा है
नज़र झुकाना भी इक अदा है
ये बात सच है किसीसे पूछो
नज़र चुराना भी इक अदा है
है उधर नहीं कुछ उधर न देखो
इधर है वो दिल जो तुझको चाहे
बहुत हसीं है तुम्हारा गुस्सा
हमे तो इसपे भी प्यार आये
तुम्हारी आँखों ने क्या कहा है-२
पूछो तुम ये करीब आके
हाय ये करीब आके
छुड़ा के दामन ...को: ल लअजीब हालत है आज अपनी
हर एक तमन्ना मचल रही है
क्यूं आज मुझको ये लग रहा है
कि दिल कि धड़कन बदल रही है
है आशिकाना मिज़ाज़ अपना
कहो तुम्हारा मिज़ाज़ क्या है
अगर कहो तुम तो मैं बत दूं
छुपा दिल में वो राज़ क्या है
मैं चाहती हूँ कि तुमको रख लूँ-२
अपनी हर साँस में छुपा के
साँस में छुपा केछूड़ा के दामन ...खबर है मुझको ...