एक छैल-छबीला - The Indic Lyrics Database

एक छैल-छबीला

गीतकार - शकील | गायक - सुरैया, शमशाद, सहगान | संगीत - गुलाम मोहम्मद | फ़िल्म - मालिक | वर्ष - 1958

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एक छैल-छबीला

सु: अलबेले सैंयाँ झुलना झुला जा रे
को: अलबेले सैंयाँ झुलना झुला जा रे
सु: आई रिमझिम
को: हो आई रिमझिम
सु: हो
आई रिमझिम रुत अब आ जा
को: अलबेले सैंयाँ झुलना झुला जा रे-2

सु: झूलूँ अकेले
झूलूँ अकेले कैसे हिंडोला
आ जा रे बालम ले कर डोला
को: आ जा रे बालम ले कर डोला
सु: आ जा रे बालम ले कर डोला
को: ले कर डोला
सु: हो पिया-मिलन के दिन हैं सजनिया
हो पाहु ले घुँघटा बन जा दुल्हनिया
को: हो पाहु ले घुँघटा बन जा दुल्हनिया
सु: जो है छुप-छुप
को: हो जो है छुप-छुप
सु: हो
जो है छुप-छुप देखे तोरा राजा
को: अलबेले सैंयाँ झुलना झुला जा रे-2

सु: प्रेम का झूला डाल के मन में
डाल के मन में
को: प्रेम का झूला डाल के मन में
सु: आऊँ गगन से जाऊँ गगन में
हो
आऊँ गगन से जाऊँ गगन में
को: आऊँ गगन से जाऊँ गगन में
सु: ओ
आगे बढ़ूँ तो दरशन पी के
पीछे हटूँ तो सब रंग फीके
को: होय
पीछे हटूँ तो सब रंग फीके
सु: मोरी आँखों में
को: मोरी आँखों में
सु: हो
मोरी आँखों में बलमा समाँ जा
को: अलबेले सैंयाँ झुलना झुला जा रे-3$