दिन ने जाते जाते ये रात दिन का फेरा - The Indic Lyrics Database

दिन ने जाते जाते ये रात दिन का फेरा

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सी एच आत्मा | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - बिल्वमंगल | वर्ष - 1954

View in Roman

दिन ने जाते जाते मुझको रात के हाथ दिया
बोर भयी और झाड़ चदरिया रात ने कूच किया
फिर पहरे पर सूरज आया फिर वोही दिन के फेरे
पहरेदार बदलते जायें बंध न छूटें मेरेये रात दिन का फेरा
ये रात दिन का फेरा लगा रहेगा
जब तक न कूच न होगा याँ से डेरा
ये रात दिन का फेरासुबह गुज़र गई है और शाम जा रही है -२
मूरख सम्भल के दर पे वो रात आ रही है
इस रात का जीवन में कभी होगा ना सवेरा -२
ये रात दिन का फेरामाय के लाते सर पे धर के कहाँ चला है -२
और मोह झोलियों में भर के कहाँ चला है
मंज़िल है दूर तेरी कदम डगमगाये तेरा
ये रात दिन का फेरा लगा रहेगा
जब तक न कूच न होगा याँ से डेरा
ये रात दिन का फेरा