वह रे वाह तुझे मांगा था तुझे पाया है - The Indic Lyrics Database

वह रे वाह तुझे मांगा था तुझे पाया है

गीतकार - राहत इंदौरी | गायक - अलका याज्ञनिक, विनोद राठौड़ | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - राम शास्त्र | वर्ष - 1995

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वाह रे वाह क्या बात है तू मेरे साथ है
तारों की रात है प्यार की बारात हैतुझे मांगा था तुझे पाया है
अब जाके राम पे यकीं आया है
राम राम
तुझे मांगा था ...सदियों से थी अपनी दूरी दिन थे अधूरे रात अधूरी
जन्मों से हूँ तेरा दीवाना जिन्दा रहना था बहाना
साजन जब तू और कहीं था इस दुनिया में कुछ भी नहीं था
जिस दिन अपना प्यार बना है उस दिन से संसार बना है
मुझे छोड़ न देना राम कसम दिल तोड़ न देना राम कसम
हाथों की लकीरों में तुझको पाया है
अब जाके राम पे ...इन्द्रधनुष अंगड़ाई है तेरी चाँद नहीं परछाईं है तेरी
जब तक चमकेंगे दो तारे दुनिया लेगी नाम हमारे
प्यार की धुन पे गाता रहूंगा