दूर कहीं तू चल दिल रहा है मचल - The Indic Lyrics Database

दूर कहीं तू चल दिल रहा है मचल

गीतकार - भरत व्यास | गायक - रफ़ी, लता | संगीत - कल्याणजी-आनंदजी | फ़िल्म - बेदर्द ज़माना क्या जाने | वर्ष - 1959

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दूर कहीं तू चल दिल रहा है मचल
प्यार की राहों में प्रीत की छाँवों में
देख हुई हलचल
ल: दूर कहीं तू चल ...

र: ये गुलाबी आसमाँ शाम का उड़ता धुआँ
ल: ले चलो मुझको वहाँ
र: रंग बिखरा है जहाँ भीगा-भीगा है समाँ
ल: ले चलो मुझको वहाँ
र: ये नज़ारे ये इशारे उड़ रहा आँचल
ल: दूर कहीं तू चल ...

र: है ये मौसम प्यार का प्यार के इकरार का-2
ल: सपनों के सिंगार का दो दिलों के तार का
तार की झनकार का गीत है ये बहार का
र: तू रसीली रुत नशीली और हवा चंचल
दो: दूर कहीं तू चल दिल ...$