बेटा अपनि मान से कभि रुठ भी जाए - The Indic Lyrics Database

बेटा अपनि मान से कभि रुठ भी जाए

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण, रूप कुमार राठौड | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - गद्दार | वर्ष - 1995

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बेटा अपनी माँ से कभी रूठ भी जाए
माँ अपने बेटे से कभी रूठती नहीं
दुनिया का हर बंधन शायद टूट भी जाए
ममता की डोरी तो कभी टूटती नहीं
बेटा अपनी माँ से ...तूने ही सिखलाया मुझे मुस्कुराना
कैसे कहां से सीखा तूने रूठ जाना
भूल हुई है मुझसे मुझे माफ़ कर दे
फिर ना करूंगी गलती इंसाफ़ कर दे
बेटा अपनी माँ से ...माँ की बाहों में सारा संसार होता है
माँ की आँखों में तो बस प्यार होता है
दुनिया जलती धूप है माँ का आंचल है छाया
वो किस्मत वाला है जिसने माँ को है पाया
बेटा अपनी माँ से ...