चाहे गीता बांचिये पिया के रंग दीनी ओढानी - The Indic Lyrics Database

चाहे गीता बांचिये पिया के रंग दीनी ओढानी

गीतकार - निदा फाजली | गायक - कैलाश खेर, महुआ कामत, श्रद्धा पंडित | संगीत - आदेश श्रीवास्तव | फ़िल्म - देव | वर्ष - 2004

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कै : चाहे गीता बांचिये या पढ़िये क़ुरान
मेरी-तेरी प्री ही हर पुसतक का ज्ञानको : रंग दीन्हीं -४
रंग दीन्हीं -७
रंग दीन्हीं -७कै : हु आ आ आ
पिया के रंग रंग दीनीं ओढ़नी -५
को : रंग दीन्हीं -७
कै : पिया के रंग रंग दीनीं ओढ़नी -२को : ( जैसे चाँद के संग चाँदनी
जैसे राग के संग है रगिनी ) -२कै : जैसे चाँद के संग चाँदनी
जैसे राग के संग है रगिनीजैसे भरी बसन्त में मोरनीपिया के रंग रंग दीन्हीं ओढ़नी -२को : रंग दीन्हीं -७हो हो हो होकै : ( तुझे पहनूँ ओढ़ूँ बिछाऊँ मैं
तुझे भर के साँसों में गाऊँ मैं ) -२को : तुझे पहनूँ ओढ़ूँ बिछाऊँ मैं
तुझे भर के साँसों में गाऊँ मैंकै : तेरी राह अब नहीं छोड़नी -२को : पिया के रंग रंग दीन्हीं ओढ़नी -४
रंग दीन्हीं -७त दि य न रे धुम ता ना दे रे ना