नुक्ताचिं है गम ए दिल उसको सुनाये ना बने गालिब पाकिस्तान - The Indic Lyrics Database

नुक्ताचिं है गम ए दिल उसको सुनाये ना बने गालिब पाकिस्तान

गीतकार - ग़ालिब | गायक - नूरजहां | संगीत - तस्दक हुसैन | फ़िल्म - ग़ालिब (पाकिस्तानी-फ़िल्म) | वर्ष - 1961

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नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिल उसको सुनाये न बने
क्या बने बात जहाँ बात बनाये न बने
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिलग़ैर फिरता है लिये यूँ तेरे ख़त को के अगर -२
कोई पूछे के ये क्या है तो छुपाये न बने
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिलमैं बुलाता तो हूँ उसको मगर ऐ जज़्बा-ए-दिल
उस पे बन जाये कुछ ऐसी कि बिन आये न बने
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिलइश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश ग़ालिब -२
के लगाये न लगे और बुझाये न बने
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिल उसको सुनाये न बने
नुक्ताचीं है, ग़म-ए-दिल