छुपो ना छुपो ना छुपो ना - The Indic Lyrics Database

छुपो ना छुपो ना छुपो ना

गीतकार - पं. भूषण | गायक - के एल सहगल | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - | वर्ष - 1944

View in Roman

छुपो न छुपो न छुपो न
छुपो न छुपो न ओ प्यारी सजनिया
हमसे छुपो न छुपो न
बाँकि रसीली (२) हमारी सजनिया
हमसे छुपो न छुपो न
सजन से छुपो न ओ प्यारी सजनिया
हमसे छुपो न छुपो नमिलने को आये हैं (२) आकर मिलो
नैनों से नैना मिलाकर मिलो
देखो बनो न, न हमको बनाओ
रूठी हुई हो तो
हा~ रूठी हुई हो तो अब मान जाओ
भोली सूरतिया, भोली सूरतिया दिखा दो मोहनिया
हमसे छुपो न छुपो न
सजन से छुपो न ओ प्यारी सजनिया
हमसे छुपो न छुपो नकैसा सुहाना समय है दिलारा
बिछुड़े हुए (२) दो दिलों क सहारा
कैसा सुहाना समय है दिलारा
बिछुड़े हुए दो दिलों क सहारा
ऐसे में आओ (२) ज़रा गुनगुनाती
सोई हुई किस्मतों को जगाती
रुम-झुम-झुम-झुम (२)
रुम-झुम बजाती रुपहली पैंजनिया
हमसे छुपो न छुपो न
सजन से छुपो न ओ प्यारी सजनिया
हमसे छुपो न छुपो न