सखि री चितचोर नहीं आए - The Indic Lyrics Database

सखि री चितचोर नहीं आए

गीतकार - पं. इंद्र | गायक - गीता | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - जोगन | वर्ष - 1950

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द्वार खुली मन मंदिर के
चितचोर नहीं आए नहीं आए
सखि री चितचोर नहीं आए
गरजी बदली फिर भी नाचने मोर नहीं आए
देख रे भँवरे खिल रही बगियाँ
दूर दूर क्यों गूँजे रसिया
पार हूँ न हम से भई बैरी
काहे तू इस ओर नहीं आए
सखि री चितचोर नहीं आए$