कोई समझा दे घरवली को बस में करें कैसे - The Indic Lyrics Database

कोई समझा दे घरवली को बस में करें कैसे

गीतकार - पी के मिश्रा | गायक - इला अरुण, एस पी बालासुब्रमण्यम | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - मुथु महाराजा | वर्ष - 2001

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कोई समझा दे घरवाली को बस में करें कैसे -२कोई तो बता दे कोई सिखला दे प्यार से रहें कैसे -२ब्रम्हचारी बनके रहना नहींमोहोब्बत नहीं तो ये ज़िंदगी भी क्या हैसजनी की मीठी-मीठी बातें जो नहींहमारी-तुम्हारी ये दुनिया भी क्या हैतुझको बतायें तेरी घरवाली बस में रहें कैसेसीने से लगाना गोदी में बिठाना प्यार से रहे वैसेब्रम्हचारी बनके रहना नहीं
मोहोब्बत नहीं तो ये ज़िंदगी भी क्या है
सजनी की मीठी-मीठी बातें जो नहीं
हमारी-तुम्हारी ये दुनिया भी क्या है
तुझको बतायें तेरी घरवाली बस में रहें कैसेसुन लो अनाड़ी भैया गुड़िया की बातों को ज़राऊपर चढ़ के रहना एक पल न ढीली छोड़नाजोरू को अपनी तुम पूरे दिन मेंI love you I love youपचीस बार बोलनादिन भर में प्यार से भैया चुम्मा दस बार ले लेनादिन में रोज़ाना तीन बार खटिया पे उसको ले जानामेरा ये नुस्ख़ा रोज़ आजमाये तोलुगाई हमेशा तेरे बस में रहेगीतुझको बतायें तेरी घरवाली बस में रहें कैसे
सीने से लगाना गोदी में बिठाना प्यार से रहे वैसे
ब्रम्हचारी बनके रहना नहीं
मोहोब्बत नहीं तो ये ज़िंदगी भी क्या है
सजनी की मीठी-मीठी बातें जो नहीं
हमारी-तुम्हारी ये दुनिया भी क्या है
तुझको बतायें तेरी घरवाली बस में रहें कैसेसूरत सुंदर है उमर भले ही हो गईजीवन में क्या थी teenageभी तुझको मिल गईऐसा था तेरा वक़्त वो पुरानाखाती थी पीती थी और प्यार से सो जाती थीआज तो मानव को भोजन की मुश्किल हैप्यार जताने की किसको फ़ुरसत हैथोड़ी सी फ़ुरसत प्यार से निकाल रेयूँ कोई नहीं तो ये ज़िंदगी भी क्या हैकोई समझा दे घरवाली को बस में करें कैसे
कोई तो बता दे कोई सिखला दे प्यार से रहें कैसे
ब्रम्हचारी बनके रहना नहीं
मोहोब्बत नहीं तो ये ज़िंदगी भी क्या है
सजनी की मीठी-मीठी बातें जो नहीं
हमारी-तुम्हारी ये दुनिया भी क्या है