ज्योति कलश छलाके ज्योति कलश छलाके - The Indic Lyrics Database

ज्योति कलश छलाके ज्योति कलश छलाके

गीतकार - पं. नरेंद्र शर्मा | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सुधीर फड़के | फ़िल्म - भाभी की चुड़ियां | वर्ष - 1961

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ज्योति कलश छलके-४
हुए गुलाबी, लाल सुनहरे
रंग दल बादल के
ज्योति कलश छलके

घर आंगन वन उपवन उपवन
करती ज्योति अमृत के सींचन
मंगल घट ढल के-२
ज्योति कलश छलके

पात पात बिरवा हरियाला
धरती का मुख हुआ उजाला
सच सपने कल के-२
ज्योति कलश छलके

ऊषा ने आँचल फैलाया
फैली सुख की शीतल छाया
नीचे आँचल के-२
ज्योति कलश छलके

ज्योति यशोदा धरती मैय्या
नील गगन गोपाल कन्हैय्या
श्यामल छवि झलके-२
ज्योति कलश छलकेअम्बर कुमकुम कण बरसाये
फूल पँखुड़ियों पर मुस्काये
बिन्दु तुहिन जल के-२
ज्योति कलश छलके