वो जिंदगी ऐ मेरी बेबासी - The Indic Lyrics Database

वो जिंदगी ऐ मेरी बेबासी

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - सपनों का सौदागर | वर्ष - 1968

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वो ज़िंदगी, ऐ मेरी बेबसी
वो ज़िंदगी, ऐ मेरी बेबसी
अपना कोई न था, अपना कोई नहीं
इस दुनिया में हायहम सैलानी, घर न घराना
काम हमारा, चलते जाना
काम हमारा चलते जाना
अपनी कभी, कोई मंज़िल न थी
अपना कोई न था
अपना कोई नहीं, इस दुनिया में हायआँख से जो इक बूँद गिरी है
हर सपने का मोल यही है
हर सपने का मोल यही है
ऐ दिल तेरी कोई क़ीमत न थी
अपना कोई न था
अपना कोई नहीं, इस दुनिया में हायेजो ये सपने सच हो जाते
तो ये सपने क्यों कहलाते
तो ये सपने क्यों कहलाते
और इस घड़ी नींद क्यों टूटती
अपना कोई न था
अपना कोई नहीं, इस दुनिया में हायवो ज़िंदगी, ऐ मेरी बेबसी
अपना कोई न था, अपना कोई नहीं
इस दुनिया में हाय