अहल ए तलब अल्लाहु ज़िक्र - The Indic Lyrics Database

अहल ए तलब अल्लाहु ज़िक्र

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - मोहम्मद रफी, ए आर रहमान, रकीब, शौकत अली | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - नेताजी सुभाष चंद्र बोस - भूले हुए नायक | वर्ष - 2005

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अहल-ए-तलब-आजाब उस दिल में तुम को बुलाये अहदुल्लाहको : हु
अल्लाहू -४ज़िक्र से बढ़ के नहीं है अमल कोई है फ़रमान-ए-रसूलल्लाहको : हु
अल्लाहू -४निजात मिलती है उनको यक़ीनन करें जो क़ल्ब से ज़िक्रल्लाहको : हु
अल्लाहू -४ज़िक्र से सर कटता है नफ़स का बेशक़ ज़िक्र है सैफ़ुल्लाहको : हु
अल्लाहू -४ज़िक्र अमन है, ज़िक्र है फ़तह, ज़िक्र शिफ़ा है, ज़िक्र है दवाको : हु
अल्लाहू -४अल्लाहू बाक़िमिल क़ुल्ल-ए-फ़ानी और फ़ना है सुब वो वक़ाबिल्लाहको : हस्बी रब्बी जल्लल्लाह, माफ़ी-क़ल्बी ग़ैरुल्लाह
नूर-ए-मोहम्मद सल्लल्लह, हक़ लाइलाहाइल्लल्लाहको : हु
अल्लाहू -४को : ( हस्बी रब्बी जल्लल्लाह, माफ़ी-क़ल्बी ग़ैरुल्लाह
नूर-ए-मोहम्मद सल्लल्लह, हक़ लाइलाहाइल्लल्लाह ) -२को : हु
अल्लाहू -२हर गुल में, हर बू में, हर शय में नूरुल्लाह -२हर दिल में, हर पल में रहे ज़िक्र-ए-इल्लल्लाहको : हस्बी रब्बी जल्लल्लाह, माफ़ी-क़ल्बी ग़ैरुल्लाह
नूर-ए-मोहम्मद सल्लल्लह, हक़ लाइलाहाइल्लल्लाहको : हु
अल्लाहू -२ज़िक्र है बेहतर नफ़रत से
ज़िक्र है बेहतर ग़फ़लत से
ज़िक्र है बेहतर हुज्जत से
ज़िक्र है बेहतर ग़ीबत सेको : हस्बी रब्बी जल्लल्लाह, माफ़ी-क़ल्बी ग़ैरुल्लाह
नूर-ए-मोहम्मद सल्लल्लह, हक़ लाइलाहाइल्लल्लाहको : अल्लाहू -३
लाइलाहाइल्लल्लाह
को : हु
अल्लाहू -४( या अय्यूम
को : जल के जलाली
या क़य्यूम
को : जल के जलाली ) -२( या अव्वल
को : जल के जलाली
या आख़िर
को : जल के जलाली ) -२या हलीम या करीम या अज़ीम या रहीम -२या रहमान या सुबहान या अन्नान या मन्नान -२या ज़ल-ज़लाल-ए-वली-इकराम -२को : हस्बी रब्बी जल्लल्लाह, माफ़ी-क़ल्बी ग़ैरुल्लाह
नूर-ए-मोहम्मद सल्लल्लह, हक़ लाइलाहाइल्लल्लाह