ऐ सनम मेरी बाँहों मन आ - The Indic Lyrics Database

ऐ सनम मेरी बाँहों मन आ

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - क्या कहना | वर्ष - 1999

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ऐ सनम मेरी बाहों में आ
दिल से क्यूं रहे धड़कन जुदा
जीना भी क्या जीना तेरे बिना
ऐ सनम मेरी ...दिल करता रहा अरमानों का शोर
फिर भी जान-ए-जानां थामे रहा मैं दिल को
मैं भी साजना कैसे क्या कहूं
धड़कन की जुबां से आओ सुनाऊं तुमको
आशिक़ी के तू नग़में सुना
दिल से क्यूं रहे ...जो मिलने न दे हमको प्यार में
आओ आज ऐसी रस्मों को तोड़ डालें
दिल में ना रहे कोई आरज़ू
मिलके आज सारे अरमान हम निकालें
प्यार बन के आ मुझमें समा
दिल से क्यूं रहे ...