हुस्न तुम्हारा क्या लगता है ऐ यै या - The Indic Lyrics Database

हुस्न तुम्हारा क्या लगता है ऐ यै या

गीतकार - समीर | गायक - साधना सरगम, उदित नारायण | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - भाई | वर्ष - 1997

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हुस्न तुम्हारा क्या लगता है अई यई या
रूप करारा क्या दिखता है अई यई या
तारीफ़ मेरी करते हो यार अच्छा लगता है
महबूब का महबूबा को प्यार अच्छा लगता है
हुस्न तुम्हारा क्या ...मदभरी शोख चंचल निगाहें रंग इनके निराले
नर्म गुलाबी ये लब हैं तेरे या गुलाबों के प्याले
ऐसे तो ना मेरी ज़ुल्फ़ें सजाओ
गालों की ये लाली यूं ना चुराओ
जान ले लेगा जान-ए-जां तेरा ये मुस्काना
मेरे दिलबर कोई सीखे तुझसे यूं दिल चुराना
हुस्न तुम्हारा क्या ...तू मेरी धड़कनों में शामिल तू मेरी ज़िंदगानी
बिन तेरे तो अधूरी जाना मेरी सारी कहानी
आओ हम दोनों ऐसे खो जाएं
सपने हमारे एक हो जाएं
एक दूजे से जीवन में हम कभी ना जुदा हों
बांध लो तुम मुझे अपनी बाहों में
हुस्न तुम्हारा क्या ...