शरमा के यूँ न देख - The Indic Lyrics Database

शरमा के यूँ न देख

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - नीलकमल | वर्ष - 1968

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शर्मा के यूँ न देख अदा के मक़ाम से
अब बात बढ़ चुकी है हया के मक़ाम से
तस्वीर खेंच ली है तेरे शोख़ हुस्न की
मेरी नज़र ने आज ख़ता के मक़ाम से
दुनिया को भूलकर मेरी बाँहो मे झूल जा
आवाज़ दे रहा हूँ वफ़ा के मक़ाम से
दिल के मुआमले में नतीज़े की फ़िक्र क्या
आगे है इश्क़ ज़ुर्म-ओ-सज़ा के मक़ाम से