ऐ नाज़ानिं सुनो ना - The Indic Lyrics Database

ऐ नाज़ानिं सुनो ना

गीतकार - महबूब | गायक - अभिजीत | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - दिल ही दिल में | वर्ष - 1999

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ऐ नाज़नीं सुनो नाऐ नाज़नीं सुनो ना
हमें तुम पे हक़ तो दो नाचाहें तो जान लो नाके देखा तुम्हें तो होश उड़ गयेहोंठ जैसे ख़ुद ही सिल गयेये होंठ जैसे ख़ुद ही सिल गयेऐ नाज़नीं सुनो ना
हमें तुम पे हक़ तो दो ना
चाहें तो जान लो ना
के देखा तुम्हें तो होश उड़ गये
होंठ जैसे ख़ुद ही सिल गये
ये होंठ जैसे ख़ुद ही सिल गयेलगता है के तुमको रब ने बनाया जिस दमअपनी क़ुदरतों को उसने तुम में कर दिया था गुमइस जहाँ को हुस्न बाँटना भी कर दिया था कमतीखे-तीखे नैन-नक़्श तेरे कलियों से कोमल होंठ तेरेफूलों से नाज़ुक पाँव तेरे दोनो जहाँ क़ुरबान तेरेतराशा प्यार से जिसे रब ने वो मूरत हो तुमसंगतराशों की जैसे देवी तुमतराशा प्यार से जिसे रब ने वो मूरत हो तुम
संगतराशों की जैसे देवी तुमतुमसा जहाँ में कोई नाऐ नाज़नीं सुनो ना
हमें तुम पे हक़ तो दो ना
चाहें तो जान लो ना
के देखा तुम्हें तो होश उड़ गये
होंठ जैसे ख़ुद ही सिल गयेपरदा ख़यालों का है सच मुच ज़रा सामने आचाँद को मैं तकता हूँ पर तेरी शक़्ल आँखों मेंजी जलाये चाँदनी भी ठण्डी-ठण्डी रातों मेंनाता नींदों से टूट गया तेरे लिये ऐ मेरे हसींदिल को यकीं ये भी है मगर आयेगा ऐसा दिन भी कभीजब मुलाक़ातें भी होंगी मीठी सी बातें भी होंगीप्यार भरी रातें भी होंगी देखनाजब मुलाक़ातें भी होंगी मीठी सी बातें भी होंगी
प्यार भरी रातें भी होंगी देखनाआने की ख़बर दो नाऐ नाज़नीं सुनो ना
हमें तुम पे हक़ तो दो ना
चाहें तो जान लो ना
के देखा तुम्हें तो होश उड़ गये
होंठ जैसे ख़ुद ही सिल गये
ये होंठ जैसे ख़ुद ही सिल गये
होंठ जैसे ख़ुद ही सिल गये