देखो जरा कैसे बलखा के चलिए हैं - The Indic Lyrics Database

देखो जरा कैसे बलखा के चलिए हैं

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, गुरदास मान | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - सिरफ तुम | वर्ष - 1999

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ओ देखो ओ देखो ओ देखो देखो देखो
देखो ज़रा कैसे बलखा के चली है
हाय पतली कमर लचका के चली है
ओय देखो ज़रा कैसे ...कब तक ऐसे मुझे तड़पाएगी
कभी तो कुड़ी फंस जाएगी
देखो ज़रा कैसे ...फूल है गुलाब का के पानी है चनाब का
तू कौन है बता दे गोरिये
सोनी सोनी गुलछड़ी है दूर ऐसे क्यूं खड़ी
करीब आजा जिन्द मेरिये
नखरे दिखाने वाली दिल को चुराने वाली
कब तक बच पाएगी
कभी तो कुड़ी ...मैं भी तेरा यार हूँ ज़रा सा बेकरार हूँ
तू इक वारी अख तो मिला
छोड़ दे नहीं नहीं शुरु करें अभी यहीं
ये प्यार का जवान सिलसिला
पीछे पीछे आऊंगा मैं
रूठी है मनाऊंगा मैं
कब तक बहकाएगी
ओ रब्बा रब्बा कभी तो कुड़ी ...