तोड़ो न दिल बेक़रार का - The Indic Lyrics Database

तोड़ो न दिल बेक़रार का

गीतकार - मजरूह | गायक - किशोर, आशा | संगीत - एन दत्ता | फ़िल्म - जालसाज़ | वर्ष - 1959

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अरारारारारा तोड़ो न दिल बेक़रार का
मान जाओ जी, छोड़ो यह दिल्लगी
ले भी लो पहला तोह्फ़ा यह प्यार का
अरारारारारा तोड़ो न दिल बेक़रार का
काहे को हम हाँ, हाँ
लेते फिरेंआईं
तोह्फ़े तुम्हारे
झुकते मेरे क़दमों पे हैं चाँद सितारे
यह तो बता क्या
कब तक तेरा
दर्द सहा रे, बीते यूँ ही
अब के बिना मेरी बहारें
बीत जाने दो मौसम बहार का
अरारारारारा तोड़ो न दिल बेक़रार का
मान जाओ जी, छोड़ो यह दिल्लगी
मान जाओ जी हटो जी
छोड़ो यह दिल्लगी
ले भी लो पहला तोह्फ़ा
यह प्यार का ऐ हटो
मैंने कभी हूँ
देखा नहीं हूँ हूँ
प्यार से तुमको
इस प्यार का, आए यकीन कभी न हमको
हम तुम मिले क्या
चँदा तले अहा हा
याद है तुमको, उस रात का न न न
इंतज़ार है तभी से तुमको
फिर तो जी काटो दिन इंतज़ार का
उर्र... ऐ...
आइको पोरों इतलाबितला मैतापोरोंको
मान जाओ जी, छोड़ो यह दिल्लगी
ले भी लो पहला तोह्फ़ा यह प्यार का
अरारारारारा तोड़ो न दिल बेक़रार का
जा...
जा जा अभी ओ जादूगर, और कभी मिल
डालो न जी, ऐसी नज़र, धड़क उठा दिल
ऐसा न हो, चल दूँ कहीं
खुलके ज़रा मिल, ले ले इसे
बस में नहीं, सनम मेरा दिल
क्या करूं मैं ऐसे बेक़रार का
उर्र... उर्र...
मान जाओ जी, छोड़ो यह दिल्लगी
ले भी लो पहला तोह्फ़ा यह प्यार का
न न न ...$