काली रात जैसा जीवन सवेरा होगा क्या कभी कभी - The Indic Lyrics Database

काली रात जैसा जीवन सवेरा होगा क्या कभी कभी

गीतकार - के सी लोय | गायक - श्रीनिवासन | संगीत - के सी लोय | फ़िल्म - मैं - एक भारतीय होने पर गर्व है | वर्ष - 2003

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काली रात जैसा जीवन
सवेरा होगा क्या कभी
राहें ऐसी चुनी मैने शायद मुमक़िन नहीं कुछ ऐसे
कुछ ऐसी बेरहमी से ख़ुद शैतान हो जैसे
क्या-क्या कर डाला कहूँ मैं कैसेसहमे न्यारे जो ख़्वाब देखे
ख़ुशियों से झिलमिलाते तारे
मुरझा चले हैं सारेफिर एक दिन आयेगा ज़रूर
दूर करता रात अंधियारी
तब-तक ढूँढूँ मैं
वो चिंगारी
मैं वो इंसान को ढूँढूँ
खोई मुस्कान को ढूँढूँ
बस इक परछाईं हूँ
एक ख़ामोश गहराई हूँ -२