तेरा मुस्कुराना कैसा ये नशा हैं - The Indic Lyrics Database

तेरा मुस्कुराना कैसा ये नशा हैं

गीतकार - विशाल ददलानी | गायक - शान | संगीत - विशाल-शेखर | फ़िल्म - झंकार बीट्स | वर्ष - 2003

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तेरा मुस्कुराना फिर हँस के पास आना
मुझे अपना नाम बताना फिर पल में गुम हो जाना
एहसास है अब भी उस पहली बार का
कैसा ये नशा है तेरे प्यार कादिल से दिल मिले थे जैसे दो फूल खिले थे
तब मैने कुछ कहा था तुम्हारे होंठ सिले थे
मुझे याद है वो लम्हा इन्तज़ार का
कैसा ये नशा है तेरे प्यार काचाँद चेहरा है तेरा रात ज़ुल्फ़ें हैं तेरी
ये हवा तेरी ख़ुश्बू है
ये समन्दर की लहरें तेरे हँसने की धुन है
दुनिया में बस तू है
तू पास है तो साँस है ख़ज़ाना है दिल के क़रार का
कैसा ये नशा है तेरे प्यार का -२रात गहरी है लेकिन तेरी आँखों के आगे
बस शाम सी ये लगती है
दिन सुहाना अगर है तो तेरा नाम ले के
तेरे प्यार से फ़िज़ा महकती है
आगे हशर क्या होगा अगर असर है ये एक दीदार का
कैसा ये नशा है तेरे प्यार कातेरा मुस्कुराना फिर हँस के पास आना
मुझे अपना नाम बताना फिर पल में गुम हो जाना
कैसा ये नशा है तेरे प्यार का -२
तेरे प्यार का -२