ज़िन्दगी मिल जाएगी - The Indic Lyrics Database

ज़िन्दगी मिल जाएगी

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - Nil | संगीत - Nil | फ़िल्म - सत्ते पे सत्ता | वर्ष - 1982

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मुझे तेरी वफ़ा का सहारा मिल जाए तो
ज़िन्दगी मिल जाएगी
मेरी डूबी सी कश्ती को किनारा मिल जाए तो
ज़िन्दगी मिल जाएगी
तुम्हें माँगा दुआ में
तू शामों में सुबह में
मैं तेरा हूँ मुलाज़िम
तू शामिल है ख़ुदा में
मेरे मेहताब तेरा नज़ारा मिल जाए तो
ज़िंदगी मिल जाएगी
नहीं चाहा मुझे किसी ने ना अपना बनाया है
तू मुझे लगता है किस्मत से मेरे हिस्से में आया है
मुझे अब मेरे हिस्से की खुशियाँ मिल जाएँ तो
ज़िंदगी मिल जाएगी
बड़ा मासूम था दिल मेरा कितनों ने दुखाया है
हाँ बहोत रोया ये छुप छुप के तुमने आ के हँसाया है
मेरी काली सी रातों को सितारा मिल जाए तो
ज़िंदगी मिल जाएगी
तुम्हें माँगा दुआ में तू शामों में सुबह में
मैं तेरा हूँ मुलाज़िम तू शामिल है ख़ुदा में
मेरे महताब तेरा नज़ारा मिल जाए तो
ज़िंदगी मिल जाएगी