आना तो सजनी दिन को आना सपनों मन आके - The Indic Lyrics Database

आना तो सजनी दिन को आना सपनों मन आके

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मुकेश | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - रास्ते का पत्थर | वर्ष - 1972

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आना तो सजनि दिन को आना
सपनों में आके सताना न
हाय आना तो सजनि दिन को आना
सपनों में आके सताना न
अरे सपनों में आके सताना न

दिन को जब गुल खिले मेरी जान तू मिले
दिन को जब गुल खिले मेरी जान तू मिले
फिर ऐडा का ख़ज़ाना आके मुझपे लुटाना
पर ये गुज़ारिश सुनती जाना

सपनों में आके सताना न
हाय आना तो सजनि दिन को आना
सपनों में आके सताना न
अरे सपनों में आके सताना न

देख ले ज़ालिम ये तडपना मेरा
देख ले ज़ालिम ये तडपना मेरा

मेरी निंदिया की चोरी तूने की ो चकोरी
है मुझे कर के दीवाने

सपनों में आके सताना न
हाय आना तो सजनि दिन को आना
सपनों में आके सताना न
अरे सपनों में आके सताना न

तेरे जलवे हज़ार तू है जान ए बहार
तेरे जलवे हज़ार तू है जान ए बहार
लेके आँचल की छैंया कहियो ो मोरे सैंया
जागूँ तो चाहे जो फरमाणा

सपनों में आके सताना न
हाय आना तो सजनि दिन को आना
सपनों में आके सताना न
अरे सपनों में आके सताना न.