अब के बारस तड़पे है दिल दीवाने आते जाते - The Indic Lyrics Database

अब के बारस तड़पे है दिल दीवाने आते जाते

गीतकार - समीर | गायक - अलका याज्ञनिक, सोनू निगम, कुणाल गांजावाला | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - अब के बरस | वर्ष - 2002

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अब के बरस तड़पे है दिल
अब के बरस होगी मोहब्बत अब के बरस
दीवाने आते जाते हँसते गाते
ढूँढ रहे हैं मंज़िल प्यार की
अब के बरसअब तो जीने मरने की चाहत है बाहों में यार की
अब के बरस
दीवाने आते जाते ...सुन ओ पिया क्या कह दिया धड़के जिया
कहना मेरा माने ना माने ना
पहले कभी हाल ऐसा नहीं था
हुआ क्या ये अब के बरस
ओ दीवाने आते जाते ...शहरों से दूर परबत के पीछे
बैठो चलो घने पेड़ों के नीचे
अनदेखी अन्जानी सी फ़िज़ा है
बस एक हम हैं दूजी हवा है
दूरियाँ किसलिए
डर लगे इसलिए
क्या कहा
अजी कुछ नहीं
फिर कहो
ना ना नहीं
ऐसी भी क्या बात है
ओ दीवाने आते जाते ...तूने मुझे ऐसी नज़रों से देखा
शरमा गई मेरी काजल की रेखा
यूँ मुस्कुराना पलकें झुकाना
सीखा कहाँ से यूँ दिल चुराना
छोड़िये
क्यूँ भला
हूँ ह जाइये
ना जाना
बेखबर हो गए
हम कहाँ खो गए
कैसी मुलाकात है
ओ दीवाने आते जाते ...