जो बीच बजरिया तुने जब रात माँ कोई ना जागे अइयो - The Indic Lyrics Database

जो बीच बजरिया तुने जब रात माँ कोई ना जागे अइयो

गीतकार - समीर | गायक - सपना अवस्थी | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - अंश | वर्ष - 2002

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जो बीच बजरिया तूने पकड़ी बईयां
मैं सबको बोल दूँगी
जब रात मां कोई ना जागे अइयो
मैं खिड़की खोल दूँगी
जो बीच बजरिया ...झूलने दो झूला साजन तुझे मैं झुलाऊँगी
कलियों की सेज पे मैं तुझको सुलाऊँगी
अपने होंठों का रस तेरे होंठों पे राजा
कसम से घोल दूँगी
जब रात मां ...करूँगी तेरी गुलामी तेरे नखरे उठाऊँगी
चढ़ती जवानी सारी तुझपे लुटाऊँगी
सोने चाँदी में इक दिन मोरे बांके बलमा
तुझे मैं तोल दूँगी
जब रात मां ...