कहना इक दिवाना तेरी याद में आहेन भारत हैं - The Indic Lyrics Database

कहना इक दिवाना तेरी याद में आहेन भारत हैं

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - लैला मजनू | वर्ष - 1976

View in Roman

कहना इक दीवाना तेरी याद में आहें भरता है
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर उस को सजदे करता हैशाख गिरेबाँ खाक़ बसर फिरता है सूनी राहों में
सायों को लिपटाता है और लैला लैला करता हैतेरी एक झलक की खातिर जान आँखों में अटकी है
जी का ऐसा हाल हुआ है जीता है न मरता हैख़ुद को भूल गया है लेकिन तेरी याद नहीं भूला
दिल के जितने ज़ख़्म हैं उन में तेरा ही अक़्स उभरता है
लिख कर तेरा नाम ज़मीं पर ...कहना मेरे दीवाने से लैला तेरी अमानत है
तेरी बाहों में दम देगी तू जिस का दम भरता है
दिल के जितने ज़ख़्म हैं उन में तेरा ही अक़्स उभरता हैसदके जाऊँ इस क़ासिद पर जिस से ये पैग़ाम मिला
मेरा क़ातिल मेरा मसीहा अब भी मुझ पर मरता है
मेरा क़ातिल मेरा मसीहा मेरा मसीहा मेरा क़ातिल
मेरा क़ातिल मेरा मसीहा अब भी मुझ पर मरता हैलैला~ लैला~ लैला~ लैला~