गुणागुणती है दिल की धड़कन तो गुणगुती क्यूं है - The Indic Lyrics Database

गुणागुणती है दिल की धड़कन तो गुणगुती क्यूं है

गीतकार - फ़ैज़ अनवरी | गायक - उदित नारायण, आशा भोंसले | संगीत - मिलिंद सागर | फ़िल्म - ख्वाहिश | वर्ष - 2003

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को : आ आ आ
आ : गुनगुनाती है दिल की धड़कन तो गुनगुनाती क्यूँ है
मुस्कुराती है ये ज़िन्दगी तो मुस्कुराती क्यूँ है
थोड़ी ख़ुशी है तो क्या थोड़ा सा डर भी है
मदहोश मैं हूँ लेकिन इतनी ख़बर भी है
कुछ तो है दिल की चाहत कुछ तो है आरज़ू
कुछ तो है दिल की ख़्वाहिश कुछ तो है जुस्तज़ू
उ : ज़ुबाँ साथ देती नहीं लरज़ते हैं लब मेरे
कहूँ तो मैं कैसे कहूँ उड़े होश कब मेरे
कसमसाती है रूह दिल में तो कसमसाती क्यूँ हैआ : जिस्म से बरस रही आज ख़ुश्बू कोई
रंग से उड़ा रहा दिल में हर सू कोई
उ : जाने किस मोड़ पे ये क़दम चल पड़े
बुझते-बुझते कई शोले से जल पड़े
ये बहार ये फ़िज़ा ये समा ये नज़ारे
बदले-बदले से आज क्यूँ लगते हैं सारे
आ : पहले भी हम मिला करते थे ये मुलाक़ात कुछ और है
उ : आज की बात तो छोड़ भी दो आज तो बात कुछ और है
आ : गुदगुदाती है ये रुत दिल को तो गुदगुदाती क्यूँ हैको : पा पा पा
आ : तूने छू लिया मुझे तो ऐसा क्यूँ लगा
जैसे दिल में ले रहा हो कोई चुटकियाँ
उ : तूने किस निगाह से देखा है मुझे
गिर पड़ी हैं दिल पे मेरे कितनी बिजलियाँ
आ : ये नशा एक नया दर्द सा लाया है
उ : बहका-बहका हूँ मैं जादू सा छाया है
ये कैसी बेख़ुदी मेरे दिल को आज़मा रही है
दो : आज़माती है बेख़ुदी तो आज़माती क्यूँ है
हूँ हूँ हूँ हूँ ला ला हूँ हूँ हूँ हूँ
ल ला ल ला ला ला ला