जाओ सिद्धारो हे राधा के श्याम - The Indic Lyrics Database

जाओ सिद्धारो हे राधा के श्याम

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी, जान निसार अख्तर | गायक - कोरस, मुकेश, शमशाद बेगम, एस डी बातीश | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - आरजू | वर्ष - 1950

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श : जाओ सिधारो
जाओ सिधारो हे राधा के श्याम
को : हे राधा के श्यामबा : लाज तुम्हारे हाथ है देखो प्रीत न हो बदनाम
को : प्रीत न हो बदनाम
श : आज से तेरी राह तकूँगी आस का दामन थाम
को : हे राधा के श्याम
बा : भूल न जाना कोई सिधारा लेके तुम्हारा नाम
को : प्रीत न हो बदनाम -३मु : दिल ये किसका है मेरी जान जिगर किसका है -२श : आवो मिलकर जवानी की लूटें बहार -२
मु : तेरी बाँहें गले में हैं फूलों का हार
तेरी बाँहें
तेरी बाँहें गले में हैं फूलों का हार
दो : आवो मिलकर जवानी की लूटें बहार
आवो मिलकर जवानी कीश : मुझको उलफ़त के फ़रेबों में बहुत कुछ जकड़ा -२
मैंने दुनिया को झटक कर तेरा दामन पकड़ा -२
मु : अब तो रस्ते में अपने नहीं कोई ख़ार
अब तो रस्ते में
श : होय
दो : अब तो रस्ते में अपने नहीं कोई ख़ार
आवो मिलकर जवानी की लूटें बहार -२
आवो मिलकर जवानी कीबा : इधर तो देख मेरी जान कौन आया है
ये कौन चाँद-सितारे समेट लाय हैअब तो कर ले प्यार सजनिया अब तो कर ले प्यार रे -२
सूरज जैसा लाया टीका चाँद भी जिसके आगे फीका -२
तेरे गले को लाया प्यारी जगमग-जग्मग हार रे -२
अब तो कर ले प्यार सजनिया अब तो कर ले प्यार रे
अब तो कर ले प्यार सजनियादिल में तड़प रहे हैं जो अरमाँ निकाल दे
मेरे गले में दौड़ के बाँहें तो डाल देश : अब ये बाँहें नहीं बेकल तेरी गरदन के लिये
हाथ भी अब ना बढ़ाना मेरे दामन के लियेमिल गया मेरे गुलिस्ताँ को सजाने वाला -२
लाल-ओ-गौहर मेरे कदमों पे लुटाने वाला -२तेरा-मेरा नाता क्या है मेरा उसका प्यार रे
मेरा उसका प्यार रे
मेरा उसका प्यारबा : अपने पहलूँ में समझता था के दिल रखती है तू
को : के दिल रखती है तू
बा : दिल नहीं सीने में एक पत्थर कि सिल रखती है तू
को : पत्थर कि सिल रखती है तू
बा : मक्र ?? की पुतली वाफ़ के नाम की दुश्मन है तू
को : दुश्मन है तू
बा : डस के मेरे दिल को जो पलती है वो नागन है तू
को : नागन है तू -३
बा : अपनी इज़्ज़त अपनी वक़अत अपनी ग़ैरत बेच दी
को : ग़ैरत बेच दी, बेच दी
बा : तूने दौलत के लिये अपनी मोहब्बत बेच दी
को : मोहब्बत बेच दी
बा : मोहब्बत बेच दी
को : मोहब्बत बेच दी
बा : मोहब्बत बेच दी