बैठी थी मैं मैंने सय्याँ से की मांग - The Indic Lyrics Database

बैठी थी मैं मैंने सय्याँ से की मांग

गीतकार - संदीप नाथ | गायक - इला अरुण | संगीत - बापी-तुतुल | फ़िल्म - पैसा वसूल | वर्ष - 2003

View in Roman

बैठी थी मैं काजल मेहंदी और लाली लगाये
सैंया जी इतरा के आये मुँह में पान दबाये
मैने सैंया से
मैने सैंया से की demandके झट से बाजा बजे रे
मैने सैंया से की demandझट से बाजा बजे
हाय( सीने में बेक़रारी थी
मैं सोई थी ना जागी थी
काटे ना कटती थी रातें ) -२
सैंया जी झूम के आये
जो हुक्के को सुलगाये
अंधेरे में धोखे से खटिया में आग लगाये
मैने सैंया से
मैने सैंया से की demandथर-थर दमकल चले
मैने सैंया से की demandके थर-थर दमकल चले
हाय( जो पानी में नहाई थी
मैं थोड़ी सी लजाई थी
बहकी हुई थी ये साँसें ) -२
सैंया जी झूम के आये
और तकिये पे टेक लगाये
फिर थन से जाने क्या हुआ खटिया ही डूबी जाये
मैने सैंया से
मैने सैंया से की demandचप-चप चप्पू चले
मैने सैंया से की demandके चप-चप चप्पू चले
ले अरेबैठी थी मैं काजल मेहंदी और लाली लगाये
सैंया जी इतरा के आये मुँह में पान दबाये
मैने सैंया से
मैने सैंया से की demandके झट से बाजा बजे
मैने सैंया से की demandके झट से बाजा बजे रे
मैने सैंया से की demandझट से बाजा बजे