क्या क्या न सितम तुझ पर हुए महलों की रानी - The Indic Lyrics Database

क्या क्या न सितम तुझ पर हुए महलों की रानी

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - रफी | संगीत - एन दत्ता | फ़िल्म - मोहिनी / भाग्य चक्र | वर्ष - 1957

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क्या क्या न सितम तुझ पर हुए महलों की रानी
क़िस्मत ने लिखी आँसुओं से तेरी कहानी
इतनी बड़ी दुनिया में कोई नहीं तेरा
या ठोकरें क़िस्मत की हैं या ग़म का अँधेरा
इस दुनिया ने अब तुझे मिटाने की है ठानी
क़िस्मत ने लिखी
आँसू तेरे हँसती हुई कलियों को रुला दें
आहें तेरी आकाश के परदों को हिला दें
नादान था वो जिसने तेरी एक ना मानी
क़िस्मत ने लिखी
आँखें तेरी बेनूर हुईं दिल तेरा टूटा
भगवान के होते हुए संसार ने लूटा
दुनिया में किसी ने भी तेरी क़दर ना जानी
क़िस्मत ने लिखी