मेरी ज़िंदगी ने मुझ पे एहसान क्या किया है - The Indic Lyrics Database

मेरी ज़िंदगी ने मुझ पे एहसान क्या किया है

गीतकार - अंजान | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - दो और दो पाँच | वर्ष - 1980

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मेरी ज़िंदगी ने मुझ पे एहसान क्या किया है
जीने दे, ना मरने दे, मुझे ऐसा ग़म दिया है
जो मिला खो गया, क्या मेरे पास है
दर्द ही दर्द है, प्यास ही प्यास है
मेरा दिल ही जाने मैने क्या क्या ज़हर पिया है
जीने दे, ना मरने दे, मुझे ऐसा ग़म दिया है
जल के हम फिर बुझे, बुझ के हम फिर जले
ज़िंदगी खूब है, ये तेरे फ़ैसले
मर मर के उम्र सारी, यहाँ कौन यूँ जिया है
जीने दे, ना मरने दे, मुझे ऐसा ग़म दिया है
प्यार में की वफ़ा, तो मिली क्या सज़ा
दोस्ती यार की दे गयी क्या दग़ा
क्या बोल के किसी से होठों को सी लिया है
जीने दे, ना मरने दे, मुझे ऐसा ग़म दिया है