शाम से आँख में नमीं नमीं सी है - The Indic Lyrics Database

शाम से आँख में नमीं नमीं सी है

गीतकार - गुलजार | गायक - मुकेश | संगीत - Nil | फ़िल्म - मिट्टी का देव | वर्ष - Nil

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शाम से आँख में नमीं नमीं सी है
आज फिर आप की कमी कमी सी है
अजनबी सी होने लगी हैं आती जाती साँसे
आँसुओं में ठहरी हुई हैं रूठी हुई सी यादें
आज क्यों रात यूँ थमी थमी सी है
पत्थरों के होठों पे हमने नाम तराशा अपना
जागी जागी आँखों में भर के सोया हुआ था सपना
आँख में नींद भी थमी थमी सी है