क्या ख़बर थी यूँ - The Indic Lyrics Database

क्या ख़बर थी यूँ

गीतकार - पं. फाणी | गायक - मुबारक बेगम | संगीत - के दत्ता | फ़िल्म - रिश्ता | वर्ष - 1954

View in Roman

क्या ख़बर थी यूँ तमन्ना ख़ाक में मिल जायेगी
हम तो समझे थे मोहब्बत रास हम को आयेगी
अश्क आँखों आँखों में मचलकर कह रहे हैं बार बार
दिल की धड़कन दर्द बन कर हर घड़ी तड़पायेगी
क्या ख़बर थी यूँ तमन्ना ख़ाक में मिल जायेगी
ग़मजदों का कोई न होगा इस जहाँ में ग़मगुसार
ज़िंदगी को हर क़दम पर मौत भी ठुक्रायेगी
रात रोने में कटेगी दिन कटेगा याद में
ये जुदाई बेवफ़ाई उम्र भर तड़पायेगी
क्या ख़बर थी यूँ तमन्ना ख़ाक में मिल जायेगी
हम तो समझे थे मोहब्बत रास हम को आयेगी
क्या ख़बर थी यूँ तमन्ना ख़ाक में मिल जायेगी