दीपाक से दीपक जल गये - The Indic Lyrics Database

दीपाक से दीपक जल गये

गीतकार - न्याय शर्मा | गायक - सहगान, आशा भोंसले | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - अंजलि | वर्ष - 1957

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अ: (दीपक से दीपक जल गये)-२
को: (दीपक से दीपक जल गये)-२
अ: (लो आज अंधेरे ढल गये)-२
को: (दीपक से दीपक जल गये)-२
(लो आज अंधेरे ढल गये)-२
दीपक से दीपक जल गयेअ: महक उठा जीवन नया, कुंजन नया, यौवन नया
देती है किरनें चंद्र की
को: देती है किरनें चंद्र की
अ: नव युग को अभिनन्दन नया
को: नव युग को अभिनन्दन नया
अ: लो अपने भाग बदल गये
को: (दीपक से दीपक जल गये)-२
(लो आज अंधेरे ढल गये)-२
दीपक से दीपक जल गयेअ: अब चल पथिक आगे चले, आगे चले, आगे चले
को: अब चल पथिक आगे चले, आगे चले, आगे चले
आगे चले, आगे चले
अ: सुंसान
सुंसान रातों में तेरी ? नये दीपक जले
लो पथ के राही बदल गये
को: (दीपक से दीपक जल गये)-२
(लो आज अंधेरे ढल गये)-२
दीपक से दीपक जल गये