ना दिन हि में नहीं लगता नहीं लगाता - The Indic Lyrics Database

ना दिन हि में नहीं लगता नहीं लगाता

गीतकार - | गायक - कुमार शानू, सहगान, अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - चाहत | वर्ष - 1996

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को: आऽ
sargamकु: न दिन ही में न रातों में
न ख़ामोशी न बातों में
न नींदों में न सपनों में
न ग़ैरों में न अपनों में
न फूलों में नज़ारों में
न मौसम की बहारों में
न सेहरा में न बस्ती में
न हस्ती में न मस्ती में
तेरे बिन -३
तेरे बिन ये दिल कहीं
नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगता -३
दिल दिल दिल दिल
नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगताअ: रहूँ घर में तो दिल डूबे
जो बाहर तो ये जी ऊबे
जिधर जाऊँ जिधर देखूँ
तुझे सोचूँ तुझे ढूँढूँ
न बिंदिया में न पायल में
न मेहंदी में न काजल में
न हँसने में न रोने में
न जगने में न सोने में
तेरे बिन -३
तेरे बिन ये दिल कहीं
नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगता -३
दिल दिल दिल दिल
नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगताकु: बिना तेरे अकेलापन मुझे ऐसे सता है
जिधर देखूँ हर इक मंजर तेरा चेहरा दिखाता है
अ: छुपा है तू निगाहों में
बसा है तू ख़यालों में
सिवा तेरे नहीं कोई
अंधेरों में उजालों में
कु: सिवा तेरे नहीं कोई
अंधेरों में उजालों में
न मंदिर में न मस्जिद में
इबादत में न पूजा में
अ: न गीतों में न गाने में
न खोने में न पाने में
कु: ( तेरे बिन
अ: तेरे बिन ) -२
कु तेरे बिन ये दिल कहीं
नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगता
अ: नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगता
कु: नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगता
अ: दिल दिल दिल दिल
कु: नहीं लगता नहीं लगता नहीं नहीं नहीं लगता