हाय हाय मुबारक हो चांद सा लल्ला - The Indic Lyrics Database

हाय हाय मुबारक हो चांद सा लल्ला

गीतकार - इदरीस अहमद मीनाई | गायक - सहगान, सुदेश भोंसले | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - प्यार कोई खेल नहीं | वर्ष - 1999

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हाय हाय मुबारक हो मुबारक हो हाय लड़का हुआ है
हाय चाँद सा लल्ला घर आया है हाय मैं वारी जाऊं
आसमां से उतर कर कमर आ गया
चाँद सा लल्ला माँ तेरे घर आ गया
अब मसर्रत की बाजेंगी शहनाईयां
और फूलों से महकेंगी अंगनाईयां
तेरी नज़रों का ऐ जमीला ज़रा जम के हिला
तेरी नज़रों का नूर-ए-नज़र आ गया
चाँद सा लल्ला ...हाय तुमको हमारी उमर लग जाए
माँ हुस्न के तेरे ये अक्स हैं गहरे
बाप और बेटे के एक जैसे चेहरे
मुन्ने के अब्बा हाय हाय तुम कहां थे अब तक हाय हाय
छोड़ेंगे न तुमको हाय हाय कुछ मिले न जब तक हाय हाय
मुन्ने की अम्मा हाय हाय शौहर को बोलो हाय हाय
कुछ गांठ रुपयों की हाय हाय जळी से खोलो हाय हाय
मुन्ने के अब्बा जी ऐसे ना बोलो हाय हाय
सब घेर लो मिलकर हाय हाय अरे जेब टटोलो हाय हाय
अरे नाच नाच के अपना निकल गया juice
अरे मुन्ने तेरा अब्ब्बा बड़ा ही कंजूस
बीच वालों का ऐ माटी मिली ज़रा उछाल
बीच वालों का देखो जुलूस आ गया
चाँद सा लल्ला ...