मेरी बगिया की कलि तु सदा हि खिलाना - The Indic Lyrics Database

मेरी बगिया की कलि तु सदा हि खिलाना

गीतकार - इन्दीवर | गायक - आशा भोंसले | संगीत - सपन-जगमोहन | फ़िल्म - दोराहा: | वर्ष - 1971

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मेरी बगिया की कली तू सदा ही खिलना
जिन राहों पे मैं चली तू उनपे न चलना
तेरा ना हो मेरे जैसा हाल
मेरी बगिया की कली ...सब कुछ किया निसार तुझे तब मैने पाया
तुझ पे न पड़ने पाए कभी काँटों की छाया
सुख की निंदिया सोना पड़े ना मुझ सा रोना
मेरी बगिया की कली ...तेरा कोई सपना संसार न तोड़े
बीच राह में कोई तेरा साथ न छोड़े
तेरे मन की पाती समझे तेरा साथी
मेरी बगिया की कली ...इतना क्यों ये दुनिया धन के पीछे भागे
कुछ भी नहीं धन प्यार भरे इक मन के आगे
लाज है ऐसा गहना फिर से न जाए पहना
मेरी बगिया की कली ...