यादों की बारात चलिए हैं - The Indic Lyrics Database

यादों की बारात चलिए हैं

गीतकार - के एम आरिफ | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - गुलाम अली (गैर फिल्म) | वर्ष - 1987

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यादों की बारात चली है
आ भी जाओ रात चली हैज़ब्त का दामन छुटा ऐसे
आँखों से बरसात चली हैकहते हैं फिर लौट न आना
कुछ तो आगे बात चली हैवो जिस रस्ते से भी गुज़रे
सारी दुनिया साथ चली हैकाश वो और अभी रुक जायें
बात अधूरी रात चली है