तन भी बदला लुई शमाशा उइइ - The Indic Lyrics Database

तन भी बदला लुई शमाशा उइइ

गीतकार - नक्श लायलपुरी | गायक - भूपिंदर | संगीत - खैय्याम | फ़िल्म - दर्द | वर्ष - 1981

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ल: तन भी बदला मन भी बदला बदल गई है काया
काली रात से जीवन को अब मिल गई उजली छाया
को: ये दिल वालों की बस्ती है ये बसते-बसते बसती है
ग़म को ख़ुशी में ढाल दे जो भारत की ऐसी हस्ती है
जिसने रचा संसार है ये हम रचना उस की गाते हैं

ल: लुई शमाशा उई -5
ले जा प्यार ज़रा सा दे जा प्यार ज़रा सा ( उई ) -5
लुई शमाशा …
को: लुई शमाशा …
ल: लुई शमाशा …

मौसम ने ली अंगड़ाई है क़ुदरत ने बाँधी पायल है
हाय मैं किसकी बात करूँ दिल मेरा ही घायल है
रिश्तों की मेहंदी ले आओ -2
( दुल्हन सा मुझे सजाओ ) -2 री
प्रेम की भाषा उई -5
प्रेम की भाषा
ले जा प्यार ज़रा …
को: लुई शमाशा …

नि: ( हो दिल चन्दा का ले आएँगे सूरज से आँख मिलाएँगे
आ जाएँगे जब अपनी पर तारों को तोड़ के लाएँगे ) -2
ल: ओ हो
नि: मंज़िल है अपनी राहों में आकाश हमारी बाँहों में
देख तमाशा उई -5
देख तमाशा
ले जा प्यार ज़रा …
ल: उई -4
को: लुई शमाशा …

नि: उठकर गिरना गिरकर उठना जीवन की रीत पुरानी है
ल: उठकर गिरना गिरकर उठना जीवन की रीत पुरानी है
चट्टानों से टकराने की हमने जीवन में ठानी है
दो: परवत को धूल बना देंगे -2
सागर को बूँद बना देंगे
जागी आशा उई
उई -5
जागी आशा उई जागी आशा
ले जा प्यार ज़रा …