अहल ए दिल यूं भी निभा लेते हैं - The Indic Lyrics Database

अहल ए दिल यूं भी निभा लेते हैं

गीतकार - नक्श लायलपुरी | गायक - भूपिंदर | संगीत - खैय्याम | फ़िल्म - दर्द | वर्ष - 1981

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अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैंदिल कि महफ़िल में उजालों के लिये
याद की शमा जला लेते हैं
दर्द सीने में ...जलते मौसम में भी ये दीवाने
कुछ हसीं फूल खिला लेते हैं
दर्द सीने में ...अपनी आँखों को बनाकर ये ज़ुबाँ
कितने अफ़साने सुना लेते हैं
दर्द सीने में ...जिनको जीना है मोहब्बत के लिये
अपनी हस्ती को मिटा लेते हैं
दर्द सीने में ...अहल-ए-दिल यूँ भी निभा लेते हैं
दर्द सीने में छुपा लेते हैं