अबके सावन में जी करे - The Indic Lyrics Database

अबके सावन में जी करे

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मंगेशकर, किशोर कुमार | संगीत - आर डी बर्मन | फ़िल्म - जैसे को तैसा | वर्ष - 1973

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अबके सावन में जी करे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
हो ओ ओ
अबके सावन में जी करे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सी
होऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छया नहीं
हो ओ ओ
ऐसा मौसम पहले कभी भी आया नहीं
ऐसा बादल अम्बर पे सजना छया नहीं
हो ये सुहाना समां प्रेम की खोज में मौज में
हो ओ ओ पागल प्रेमी बनके फिरे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सीआ तुझको आँखों में बसा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा री बरसात में
हो ओ ओ
आ तुझको आँखों में बसा लूँ इस रात में
कजरा गजरा बह जायेगा री बरसात में
हो होश से काम लो राम का नाम लो थाम लो
हो ओ ओ जाने बैरन रुत क्या करे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सीअबके सावन में जी करे
रिमझिम तन पे पानी गिरे
मन में लगे आग सीमन में लगे आग सी
मन में लगे आग सी