मोर नैना बहाए निइरो - The Indic Lyrics Database

मोर नैना बहाए निइरो

गीतकार - कैफ़ी आज़मी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - बावर्ची | वर्ष - 1972

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मोरे नैना बहाए नीर
(सखी) का करूँ मोरा जिया न माने -२पल छिन पी की राह निहारूँ
साँझ सकारे उनको पुकारूँ
भटकूँ मैं जमुना के तीर
मोरे नैना ...कागा जो बोले तो अँखियाँ फड़के
बिरहा की अग्नि और भी भड़के
जल-जल जाए शरीर
मोरे नैना ...आँसू बहे जैसे नदिया की धारा
नदिया की धारा में प्रीतम प्यारा
बनके कमल मुस्काये
बैरी बस में न आए
जाऊँ कहाँ, जाऊँ कहाँ, जाऊँ कहाँ
मोरा मनवा हुआ अधीर
मोरे नैना ...