जाने क्यों देखता है इंसां आइना: - The Indic Lyrics Database

जाने क्यों देखता है इंसां आइना:

गीतकार - रानी मलिक | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - शबनम | वर्ष - 1994

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जाने क्यों देखता है इन्सान आईना
देता नहीं सही जब पहचान आईना
जाने क्यों देखता ...आईना कुछ भी नहीं आँखों का धोखा है
आता जो नज़र दिल में जो होता है
आईना और दिल का क्या एक फ़साना है
अन्जाम इन दोनों का बस टूट जाना है
जी चाहे तोड़ दूं बेईमान आईना
जाने क्यों देखता ...बेरुखी से पहले दिलबर ज़ख्म देखे जाते हैं
काँटों की नोक से फिर मरहम लगाते हैं
एक आईना हो जिसमें दिल दिखाएं हम
मुझ पे अगर हो जाए इतना करम
जाने क्यों देखता ...