दुपट्टा मेरा मलमल का रंग सलेटी हलका - The Indic Lyrics Database

दुपट्टा मेरा मलमल का रंग सलेटी हलका

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - आशा, गीता, सहगान | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - अदालत | वर्ष - 1958

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दुपट्टा मेरा मलमल का रंग सलेटी हलका हा
दुपट्टा मेरा मलमल का रंग सलेटी हलका
गी: ज़माना लुट जायेगा ओय सर से अगर ढलका-2

आ: बटन मेरे कुर्ते के हाय चनवे
बटन मेरे कुर्ते के सितारे आसमानी सजना
गी: होय इसी लिये देखा ना अंधेरा कभी तेरे अंगना-2

आ: ओ तुमसा भी कोई ना हाय चनवे
ओ तुमसा भी कोई ना ज़माने में निडर होगा
गी: वहीं पे दम तोड़ेंगे जहाँ पे तेरा दर होगा
हाय वहीं पे दम तोड़ेंगे जहाँ पे तेरा दर होगा

आ: दुपट्टा मेरा मलमल का रंग सलेटी हलका
गी: ज़माना लुट जायेगा ओ सर से अगर ढलका-2$