बाबादी बुबाडी बम जल गई दुनिया मिल गे हम - The Indic Lyrics Database

बाबादी बुबाडी बम जल गई दुनिया मिल गे हम

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर, सहगान, सी रामचंद्र | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - खजाना | वर्ष - 1951

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को: हो हो
बाबडी बूबडी बाबडी बम -२ल: बाबडी बूबडी बम बम बम -२
जल गई दुनिया मिल गये हम
बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बम -२
को: बाबडी बूबडी बाबडी बम
चि: बाबडी बूबडी बाबडी बमल: ओ
तारों की चाँव में मेरी निगाहों में -२
क्यूँ बस गया तू -३

मौसम-ए-शबाब में आ के मेरे ख़्वाब में
क्यूँ हँस गया तू -३
मिल गईं ख़ुशियाँ मिट गये ग़म
बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बम -२
को: बाबडी बूबडी बाबडी बम
चि: बाबडी बूबडी बाबडी बमल: ओ
नगमें बहार के गीत दिलदार के -२
गाये जाये मेरा दिल -३

सुन मेरे सजना और कहीं ना
आये आये तेरा दिल -३
तेरा मेरा प्यार बना रहे हरदम
बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बम -२
को: ( बाबडी बूबडी बोओ -३
बाबडी बूबडी बम ) -२
ल: बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बम -२
( बाबडी बूबडी बाबडी बम
को: बाबडी बूबडी बाबडी बम ) -२
( बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी
ल: बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी ) -२
( बाबडी बूबडी
ल: बाबडी बूबडी ) -२
ल: बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बम
को: बाबडी बूबडी बाबडी बम -३ल: हो जल गई दुनिया मिल गये हम
को: बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बाबडी बूबडी बम