ये हवाएँ ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जायें - The Indic Lyrics Database

ये हवाएँ ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जायें

गीतकार - गोल्डी बहलो | गायक - अलका याज्ञनिक, शान | संगीत - आदेश श्रीवास्तव | फ़िल्म - बस इतना सा ख्वाब है | वर्ष - 2001

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ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जाये
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जाये
हो चूमें निगाहों से चेहरा तेरा
होंठों से छू ले फिर दामन तेरा
अपनी पनाहों में तुझको भरे
मेरी आरज़ू को परेशाँ करे
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जाये
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में मेरी गुम हो जाये
चूमें निगाहों से चेहरा मेरा
होंठों से छू ले फिर दामन मेरा
अपनी पनाहों में मुझको भरे
तेरी आरज़ू को परेशाँ करे
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में मेरी गुम हो जाये
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में मेरी गुम हो जायेछोड़ो भी अब दिल्लगी
ख़्वाबों की ये ज़िंदगी
देखो मेरी आँखों में
चाहत की दीवानगी
महकी उमंगें जागी तरंगे
दिल में मेरे
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जाये
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जायेछुकर तुझको ही आयी है
दिल पे जो लेहरायी है
चंचल नटखट ये हवा
ख़ुशबू तेरी ही लायी है
रंगों के मेले बाहों में खेले
संग संग तेरेये हवाएं ज़ुल्फ़ों में मेरी गुम हो जाये
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में मेरी गुम हो जाये
चूमें निगाहों से चेहरा तेरा
होंठों से छू ले फिर दामन तेरा
अपनी पनाहों में तुझको भरे
मेरी आरज़ू ख़ो परेशाँ करे
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जाये
ये हवाएं ज़ुल्फ़ों में तेरी गुम हो जाये
बस इतना सा ख़्वाब है
बस इतना सा ख़्वाब है
बस इतना सा ख़्वाब है
बस इतना सा ख़्वाब है