आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए - The Indic Lyrics Database

आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए

गीतकार - शाहिद कबीर | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - लव इज ब्लाइंड | वर्ष - 1997

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आज हम बिछड़े हैं तो कितने रंगीले हो गए
मेरी आँखें सुर्ख़ तेरे हाथ पीले हो गए
कब की पत्थर हो चुकी थी मुंतज़िर आँखें मगर
छू के जब देखा तो मेरे हाथ गीले हो गए
जाने क्या एहसास साज़-ए-हुस्न के तारों में है
जिनको छूते ही मेरे नग़्मे रसीले हो गए
अब कोई उम्मीद है 'शाहिद' न कोई आरज़ू
आसरे टूटे तो सीने के वसीले हो गए